महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को हुए सरकार पर पहले दिन की कार्यवाही में शुरू होते ही भाजपा ने आरोप लगाया है कि सरकार बगैर वंदे मातरम के गायन कतरम के गायन के बिना ही सरकार ने अपना अधिवेशन कैसे शुरू कर दिया है जबकि शिवसेना को तो देशभक्ति विचारधारा की पार्टी और हिंदुत्व के मुद्दे की प्रखर विचारधारा की पार्टी माना जाता था पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वंदे मातरम के गायन के बिना अधिवेशन कैसे शुरू कर दिया गया अधिवेशन के नियमों के खिलाफ बुलाया गया है मंत्रियों की शपथ भी नियमों के विरुद्ध हुई है तथा हम राज्यपाल ज्यपाल से इस बात की शिकायत करेंगे और इस पर प्रोटेम स्पीकर दिलीप वालों से पाटिल ने कहा है कि राज्यपाल की अनुमति से ही अधिवेशन बुलाया गया हैशन बुलाया गया है और इसमें कुछ भी गलतत नहीं हुआ है जवाब में भाजपा विधायक ने दादागिरी करने की बात कही है तथा उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई का सीधा प्रसारण किया जा रहा है इस बात का भी विरोध किया है भाजपा विधायक सदन की गरिमा का ध्यान रखें तथा मंत्रियों के शपथ में नेताओं महापुरुषों का नाम लिया गया है इस कारण वंदे मातरम का गाया नहीं किया गया है मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विश्वास मत हासिल करने के पहले विधानसभा परिसर में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा में छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा को नमन किया तथा विश्वास मत हासिल करने के बाद सदन में कहा कि शपथ ग्रहण में माता-पिता महापुरुषों का नाम लेने में क्या गलत है अगर यह गुनाहाह है तो मैं यह गुना बार-बार करूंगा और उद्धव ठाकरे ने वंदे मातरम गायन पर कोई सफाई पर कोई सफाई नहीं दी उन्होंने कहा छत्रपति शिवाजी महाराज का बंधन और बाला साहबब ठाकरे का स्मरण करते हुए में कार्य करता रहूंगा
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