चूनाभट्टी में रहने वाले भूमाफिया कन्हैयालाल ज्ञानचंदानी ने भैंसाखेड़ी में दूसरे व्यक्ति की जमीन दिखाकर उसकी फर्जी दस्तावेज के सहारे ग्यारह लोगों को करीब एक करोड़ के प्लॉट बेच दिए। आरोपी ने ग्यारह लोगों को जमीन की रजिस्ट्री भी करा दी, लेकिन जब प्लॉट धारकों ने एसडीएम कार्यालय में नातांतरण के लिए आवेदन किया तब खुलासा हुआ कि उक्त व्यक्ती की जमीन तो भैंसाखेड़ी में है ही नहीं। घटना 2012-13 की है। खजूरी सड़क पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक कन्हैयालाल ज्ञानचंदानी चूनाभट्टी में रहते है। उसने वर्ष 2012 में रेलवे के कर्मचारी विजयकांत परसाई को भैंसाखेड़ी में एक जमीन दिखाई उसे अपना बताया और उसने में 10-10 लाख के करीब के प्लॉट बेचने को कहा। परसाई के अलावा भोपाल में रहने वाले दस अन्य व्यक्तियों को इसी तरह वही जमीन दिखाकर 8 से 10 लाख रुपए प्रति व्यक्ति लेकर 201213 में प्लॉट की रजिस्ट्री करा दी। कुछ महीने बाद जब प्लॉट खरीदने वाले लोगों ने एसडीएम हुजूर के कार्यालय में नामांतरण के लिए आवेदन किया, तब खुलासा हुआ कि उक्त व्यक्ति की जमीन भैंसाखेड़ी में नहीं है। आरोपी ने किसी अन्य की जमीन दिखाई और किसी अन्य व्यक्ति की जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर उसकी रजिस्ट्री कराई है। फरियादियों ने कोर्ट में भी परिवाद दायर किया था। फरवरी 2020 में खजूरी सड़क पुलिस में भी ठगी का शिकार हुए सभी 11 लोगों ने आवेदन दिया था। पुलिस ने जांच के बाद कन्हैयालाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। कन्हैयालाल ज्ञानचंदानी के ठगी के कोलार समेत कई थानों में मामले दर्ज है। कोलार में मनोज कटियार ने कन्हैयालाल पर ठगी का मामला दर्ज करा रखा है।
भूमाफिया ने फर्जी दस्तावेज से 11 लोगों को बेचे एक करोड़ के प्लाट
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