दक्षिण कोरियन कंपनी पबजी कॉरपोरेशन ने अपने पॉपुलर गेम पबजी को फिर से भारत लाने के लिए कोशिश कर रही है। इसके लिए पबजी कॉरपोरेशन ने चीनी कंपनी टेंसेंट से नाता तोड़ दिया है। कंपनी ने एक ब्लॉग में कहा है कि उसने चीनी कंपनी टेंसेंट गेम्स के पब्लिश राइट्स खत्म कर दिए हैं। पबजी के इस कदम के बाद माना जा रहा है कि वह टेंसेंट गेम्स के साथ इन्वेस्टमेंट समेत बाकी रिलेशन भी खत्म कर सकती है। केंद्र सरकार ने सुरक्षा कारणों से 2 सितंबर को चीन की कंपनियों से जुड़े 118 ऐप पर बैन लगाया था। इसमें पॉपुलर गेम पबजी भी शामिल था। इन ऐप पर सुरक्षा कारणों से बैन लगाया गया था। सरकार ने पबजी के मोबाइल वर्जन पर बैन लगाया था। इसमें फुल और लाइट दोनों वर्जन शामिल हैं। सरकार अब तक चीन से जुड़े 224 ऐप पर बैन लगा चुकी है। पबजी कॉरपोरेशन ने अपने ब्लॉग में कहा कि बदले हालातों में कंपनी ने पबजी मोबाइल फ्रेंचाइजी की पब्लिशिंग जिम्मेदारी खुद लेने का फैसला किया है। कंपनी ने कहा कि हम आगे भारत के यूजर्स को पबजी जैसा फील देने के लिए ऑह्वाशन पर काम कर रहे हैं। हम अपने यूजर्स को एक हेल्दी गेमह्रश्वले एटमॉस्फियर देने की पूरी कोशिश करते हैं। पबजी गेम को दक्षिण कोरिया की कंपनी पबजी कॉरपोरेशन ने डेवलप किया है। यह गेम पीसी, और प्लेस्टेशन पर है। हालांकि, इस गेम का मोबाइल वर्जन चीनी कंपनी टेंसेंट होल्डिंग्स की सिस्टर कंपनी टेंसेंट गेम्स के साथ मिलकर बनाया गया है। मोबाइल पर पबजी के फुल प्लैग और लाइट वेरिएंट मौजूद हैं। पबजी कॉरपोरेशन ने कहा कि वह भारत में पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट पर हालिया बैन के बाद नजर बनाए हुए हैं। कंपनी का कहना है कि पबजी कॉरपोरेशन भारत सरकार की ओर से लगाए गए बैन का समान करती है। ह्रश्वलेयर्स के डाटा की सुरक्षा कंपनी की प्राथमिकता है। कंपनी ने कहा कि हम भारत सरकार के साथ मिलकर समस्या का समाधान करने पर जुटे हैं ताकि गेमर्स एक बार फिर से भारतीय कानूनों और रेग्यूलेशंस के साथ पबजी का लुत्फ ले सकें।
भारत में वापसी के लिए पबजी ने लिया यह बड़ा फैसला
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