मंडल की पाठ्यचर्या समिति की बैठक के बाद जारी किए दिशा-निर्देश भोपाल, माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवी ́-बारहवी ́के 19 लाख से अधिक विद्यार्थियों को राहत देते हुए सामान्य व विशिष्ट भाषा की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। यह निर्णय माशिमं की पाठ्यचर्या समिति की बैठक मे ́ लिया गया है। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवी ́-बारहवी ́ परीक्षा मे ́सामान्य व विशिष्ट भाषा की अनिवार्यता थी। इसके तहत हिंदी माध्यम से विद्यार्थियों को विशिष्ट हिंदी व सामान्य अंग्रेजी विषय लेना होता था, जबकि अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों को विशिष्ट अंग्रेजी व सामान्य हिंदी की अनिवार्यता थी। अब मंडल की पाठ्यचर्या समिति की बैठक मे ́ सत्र 2020-21 मे ́ दसवी ́एव ́ बारहवी ́ मे ́ विशिष्ट व सामान्य की अनिवार्यता समाप्त करने का निर्णय लिया है। विद्यार्थियों को विकल्प की सुविधा दी गई है। विशिष्ट एव ́ सामान्य भाषा मे ́ से विद्यार्थी कोई भी भाषा का चयन अपनी रूचि के अनुसार कर सकता है। दसवी ́ का विद्यार्थी कोई भी तीन सामान्य/ विशिष्ट भाषा या इन का कॉम्बिनेशन (2 विशिष्ट 1 सामान्य या 2 सामान्य 1 विशिष्ट )भाषा लेकर परीक्षा मे ́ शामिल हो सकता है। इसी तरह बारहवी ́मे ́ विद्यार्थी कोई भी 2 सामान्य/ विशिष्ट भाषा या 1 सामान्य एव ́1 विशिष्ट भाषा लेकर परीक्षा दे सकता है। विद्यार्थी एक ही भाषा को सामान्य एव ́ विशिष्ट दोनो ́ मे ́ नही ́ ले सकेगा। जैसे हिन्दी विशिष्ट के साथ हिन्दी सामान्य, अ ́ग्रेजी विशिष्ट के साथ अ ́ग्रेजी सामान्य, संस्कृत विशिष्ट के साथ संस्कृत सामान्य एव ́उर्दू विशिष्ट के साथ उर्दू सामान्य भाषा का चयन नही ́ कर सकेगा। साथ ही दसवी ́ व बारहवी ́ दोनो ́ मे ́ प्रत्येक विद्यार्थी को भाषा विषयो ́ मे ́ हिन्दी एव ́ अ ́ग्रेजी लेना अनिवार्य है।
माशिमं ने दसवी ́-बारहवी ́ के विद्यार्थियो ́ को राहत दी समाप्त की अनिवार्यता
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