पटवारियों की मिलीभगत से चल रहा है अवैध प्लॉटिंग का गौरखधंधा।जैसा कि जानकारी मे आया है कि शासन ने अवैध तरीके से प्लॉटिंग करने वालो के खिलाफ कार्यवाही करने का आदेश जारी किया है ओर बैरसिया रोड,विदिशा रोड पर कई अवैध कॉलोनियों पर कार्यवाही भी की है परंतु क्या ये कार्यवाही सही दिशा मे हो रही है इसपर संदेह है।इस पूरे खेल में कही न कही प्रशासन पटवारी की रिपोर्ट पर निर्भर करता है।ऒर देखने मे आया है कि जिन कॉलोनाइजर की पटवारियों से सेटिंग रहती है उनको पहले से कार्यवाही की भनक लग जाती है ओर वे मोके पर से अपने बेनर झंडे हटा लेते हैं।जबकि आज भी उनके ऑफिसो मे प्लॉटों के सौदे किये जा रहे है।गाज सिर्फ उनपर गिर रही है जिनकी सेटिंग नही है।नाम न छापने की शर्त पर कुछ खरीददारों ने बताया कि उनके पास एजेंट के बराबर फोन आ रहे हैं ओर उनको साइट दिखा कर अभी भी प्लॉटों की सौदेबाजी की जा रही है।क्या शासन प्रशासन को इनके ऑफिसो को सील करके दस्तावेजो को जब्त नही करना चाहिए।असली खेल तो वही से हो रहा है।
सरकार की इतनी सख्ती की बाद भी बादस्तूर जारी है पटवारियों की मिलीभगत से अवैध प्लॉटिंग का गौरखधंधा
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