भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष चुनाव के लिए सभी चुनाव के लिए एक ही दिन निश्चित किया गया था वह तारीख 30 नवंबर को राजकुमारी में तय की गई थी जिसमें करीब 10 जिलों में विवाद की स्थिति बन गई है जिसमें प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह और संगठन मंत्री श्री सुहास भगत जीने इन जगहों पर आम राय बनने की कोशिश की है मगर बताया यह जा रहा है कि इन जिलों की अध्यक्ष पद की घोषणा फिलहाल टल सकती है फिलहाल यह घोषणा आगामी तारीख तक स्थगित हो सकती है बाकी लगभग 40 जिले की घोषणा मंगलवार तक हो सकती है रविवार को प्रदेश अध्यक्ष इसकी घोषणा कर सकते हैं तथा सह प्रभारी विजेश लुणावत के पास सभी जिले की रायशुमारी की सूची मंगाई जा चुकी है पार्टी के सूत्रों द्वारा पता चला है कि सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति ग्वालियर शहर में सामने आई है यहां पर कुछ बड़े नेताओं के कारण स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है यहां कुछ बड़े नेता जैसे केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह जी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा जी जय भान सिंह पवैया तथा नरोत्तम मिश्रा इत्यादि के बीच आम सहमति नहीं बन पा रही है तथा इसी के साथ ही सागर के भी हाल कुछ इसी प्रकार से हैं यहां पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह के बीच आपसी तालमेल बिठाने का प्रयास किया जा रहा है यही हाल खंडवा और ब्रानपुर में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमार सिंह और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस की खींचातानी असर डाल रही है और यही हाल बालाघाट में भी बताया जा रहा है कि वहां के पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन और जिला अध्यक्ष पद के लिए दबाव बनाए हुए हैं गौरीशंकर बिसेन ने भोपाल में प्रदेश संगठन के समक्ष अपनी बात भी प्रस्तुत की है तथा अर्चना चिटनीस और प्रदेश महामंत्री भार्गवी मिलकर अपनी बात रखने की तैयारी में है कुछ यही हाल होशंगाबाद सिवनी रायसेन की पूरी और राजगढ़ तथा सतना के भी इसी तरह की समस्या जिला अध्यक्ष के चयन के लिए प्रदेश के नेतृत्व के सामने उत्पन्न हो रही है भारतीय जनता पार्टी के संगठन को इस बाप का डर सता रहा है कि अभी किसी भी फैसले से पार्टी में बगावत शुरू नहीं हो जाए तथा इस बात का भी प्रयास किया जा रहा है कि 56 संगठनात्मक जिलों में से अधिक से अधिक में निर्वाचन आम सहमति से ही हो जाए अगर ऐसा हो जाता है तो प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी तथा रविवार रात तक सभी जिलों से आए नामों को
सूचीबद्ध किया जा सकता है हर जिले में औसतन लगभग 60 लोगों से रायशुमारी ली जा रही है
इन जिलों के चुनाव टल सकते हैं
ग्वालियर नगर में मंडलों का अभी चुनाव पूरा नहीं हो पाया है इसलिए जिला अध्यक्ष का चुनाव भी चलेगा तथा विधानसभा उपचुनाव के कारण झाबुआ जिले की प्रक्रिया पूरी तरह से रुकी हुई है तथा नगरपालिका के चुनाव को ध्यान में रखते हुए शहडोल में भी जिला अध्यक्ष का चुनाव स्थगित किया जा सकता है
चुनाव के लिए आयु सीमा का बंधन
इस बार भारतीय जनता पार्टी ने जिला अध्यक्ष के चुनाव के लिए आयु सीमा निर्धारित कर दी गई है आयु सीमा को 50 साल तय किया गया है तथा 50 वर्ष की उम्र तक के ही जिला अध्यक्ष पद पर रह पाएंगे विशेष स्थिति में यह उम्र 55 साल तक की जा सकती है तथा जिला निर्वाचन प्रभारियों ने रायशुमारी के दौरान दावेदारों की आयु का प्रमाण पत्र भी सम्मिलित किया गया है कई बड़े नेता इसे लेकर उहापोह की स्थिति में है क्योंकि शिकायत की स्थिति में शिकायत सही पाए जाने पर पद से बर्खास्त भी किया जा सकता है