नागरिकता संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान अमित शाह में संसद के सदन में कहा POK हमारा ही रहेगा और था पीओके के नागरिक भी हमारे अपने हैं इस बात को गृहमंत्री अमित शाह पहले भी संसद में कई बार दोहरा चुके हैं
नागरिकता संशोधन बिल पर बीती रात देर तक लोकसभा में चली बहस के दौरान इस विधेयक पर चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश को रिफ्यूजी पॉलिसी को लेकर कानून बनाने की कोई जरूरत नहीं है तथा अमित शाह ने कहा कि पीओके हमारा ही था और हमारा ही रहेगा उसमें रहने वाले लोग वहां के नागरिक भी हमारे अपने हैं और हम सब 26 सीटें जम्मू और कश्मीर असेंबली में हम सुरक्षित रखते हैं गृह मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि किसी व्यक्ति को अपने परिवार की मां बहन बेटियों की इज्जत या उनका अपना धर्म की रक्षा के लिए यहां आना पड़े और हम उन्हें नहीं अपनाएं तो यह गलत बात होगी हम उन्हें स्वीकार करें नागरिकता दें और उनके इज्जत और सम्मान की रक्षा करना यही हमारा धर्म है अमित शाह ने यह भी कहा कि ऐसे लोगों के लिए जिन्हें दुनिया में कहीं जगह नहीं है जिनका दुनिया में कोई सुरक्षित स्थान नहीं बचा है अगर हम उन्हें नहीं अपनाएंगे तो वह कहां जाएंगे क्योंकि वह हमारे ही अपने लोग हैं अमित शाह ने कहा कि जब भी नागरिकता के बारे में कोई दखल दिया जाता है तो वह किसी ना किसी विशेष समस्या को निपटाने के लिए वह कार्य किया जाता है इसी क्रम में युगांडा से जब लोग आए थे तो केवल वहां से आए लोगों को ही नागरिकता दी गई इसके अलावा किसी और देश से आए नागरिकों के लिए कोई नागरिकता का प्रावधान नहीं किया गया