यात्री वाहनों से यातायात विभाग के द्वारा वसूली करने के मामले में भोपाल जिला भी सुपर टॉप 10 में अब्बल स्थान पर चल रहा है बीते कुछ दिनों में भोपाल जिले में जगह जगह पर यात्री वाहनों को चेकिंग के दौरान अवैध संचालन पाए जाने पर उन पर जुर्माने के रूप में टैक्स लगाकर उगाही किए गए धन पर सरकार के द्वारा कमाई जाने पर भोपाल जिला भी अव्वल स्थान पर आ गया है बीते कुछ दिनों में पुलिस द्वारा यात्री वाहनों पर करी शक्ति के दौरान तथा इसी तरह के स्कूल वाहनों की चेकिंग में करी शक्ति का नतीजा यह हुआ कि सरकार की खदानों में करोड़ों रुपए का कार्य के रूप में रुपया जमा कराया गया है परिवहन विभाग के द्वारा बताया गया कि बीते कुल 2 माह में निर्धारित लक्ष्य का 20 फ़ीसदी से भी ज्यादा राज्य परिवहन विभाग के द्वारा वसूली का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है मध्य प्रदेश ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने बताया कि अभी अक्टूबर और नवंबर महीनों में की गई समीक्षा में 560 करोड़ रुपए के लक्ष्य का निर्धारित किया गया था जिसमें से 672.9 करोड़ रुपए का राजस्व वसूल कर लिया गया है
इस योजना का भी मिला विभाग को लाभ
राजस्व विभाग को एकमुश्त समाधान योजना काफी फायदा मिला है अगस्त के बाद से इसमें इजाफा होना शुरू हो गया है तथा इसी में पुराने टैक्स की वसूली की बनाई गई योजनाओं का भी विभाग को फायदा मिला है वाहन मालिकों ने 40% से लेकर 90% तक की छूट मिलने का फायदा भी उठाया है इस योजना के तहत अनेक वाहन मालिकों ने अपना टैक्स जमा कर इस योजना का लाभ उठाया इसका फायदा यह हुआ कि सरकार को इस योजना के तहत आने वाले धन का भी फायदा हो गया तथा इसी तरह ओवरलोडिंग और स्कूल वाहनों से भी बकाया टैक्स वसूला गया जिससे कि यातायात विभाग को करोड़ों रुपए का धन प्राप्त हुआ है इस वसूली में भोपाल के साथ अन्य कई जिले मंदसौर झाबुआ रतलाम नीमच विदिषा अशोकनगर गुना दतिया रीवा जबलपुर छिंदवाड़ा बालाघाट डिंडोरी उज्जैन इंदौर ग्वालियर सहित और जिलों का भी राजस्व वसूली में योगदान रहा इन जिलों से भी काफी हद तक उगाई करी गई