उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा के दौरान जवानों को जिंदा जलाने की योजना थी उपद्रवियों की

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उत्तर प्रदेश में हुई नागरिकता कानून के विरोध में हिंसा करने वाले उपद्रवियों का इरादा इतना खतरनाक था कि जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए मेरठ में नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रदर्शन कर रहे उपद्रवियों का इरादा देश की सुरक्षा में लगे पुलिस के जवानों को जिंदा जलाने का पूरा प्लान ही तैयार कर रखा था पुलिस के द्वारा की गई जांच में पता चला है कि उपद्रवियों के द्वारा एक दुकान में बंद पीएसी के 20 सिपाही और आर ए एस के दो जवान जिनको की दंगा करने वाले दंगाई जिंदा जलाना चाहते थे मगर पुलिस की सतर्कता से मुसीबत में फतेह जवानों को कड़ी मशक्कत के बाद बचाया जा सका मेरठ पुलिस ने यह जानकारी पुख्ता सबूत के साथ प्रस्तुत की विधि के साथ यह वीडियो भी जारी किया गया है जिसमें इस घटना का स्पष्ट प्रदर्शन दिख रहा है तथा इसके विरोध में एक वीडियो हिंसा करने वालों ने भी जारी किया जिसमें कुछ पुलिसकर्मी तोड़फोड़ करते भी दिख रहे हैं तथा मेरठ पुलिस एसपी के मुताबिक गोली चलाने वाले आरोपी  नईम फैजलऔर अनीश को गोली चलाने के आरोप में आरोपी माना गया है इन पर पुलिस ने 20 ₹20000 का नकद इनाम घोषित किया है इन तीनों उपद्रवियों ने हापुड़ रोड पर 30 सिपाहियों तथा 1 एसडीएम को बंधक बनाकर उन्हें आग लगाकर जिंदा जलाने का भी प्रयास किया था जिसमें दंगाई पुलिस को टारगेट बनाकर हमला करते हुए देख रहे हैं तथा पुलिस हापुड़ रोड और लेस आई गेट से कई सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग इकट्ठा कर जांच कर रही है कि उपद्रवियों ने और कितना क्या है तथा और कितने लोग हिंसा और आगजनी में शामिल हैं

हिंसा में PFI का बड़ा योगदान

उत्तर प्रदेश में हिंसा फैलाने में सबसे ज्यादा अहम भूमिका पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया नामक संगठन अर्थात पी एम आई की मानी जा रही है पुलिस के द्वारा जांच जियो जियो आगे बढ़ रही है  उतने ही अधिक जांच में पी एफ आई की भूमिका का खुलासा होता जा रहा है पीएफआई का कार्यालय हापुड़ रोड पर शास्त्री नगर में बताया जाता है जांच में यह भी पता चला है कि इसी कार्यालय से भड़काऊ सामग्री तथा कुछ और आपत्तिजनक वस्तुएं वितरित की गई थी तथा इस कार्यालय से बीते कुछ महीनों में इसी तरह के विवादित सामग्री वितरित कर लोगों को भड़काने का कार्य किया जा रहा था पुलिस के द्वारा जांच में पता चला है इस कार्यालय का संबंध किसी आतंकवादी संगठन से भी जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है इसके बाद पहले भी इस कार्यालय से दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है इसके पहले भी इस कार्यालय से विवादित पर्ची जप्त किए गए थे पुलिस के द्वारा पिछली बार सख्त कार्रवाई ना करने के कारण आरोपी आसानी से छूट गए थे मगर आप पुलिस ने की सक्रियता को गंभीरता से लेते हुए PFI को बेन करने का इरादा बना लिया है

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