कश्मीर घाटी में धारा 370 हटाए जाने और डॉक्टर जाकिर नायक को लेकर दिग्विजय सिंह ने एक बयान दिया तथा इस बयान के बाद खुद दिग्विजय सिंह अपने बयान में ऐसे फंसे कि बाद में उसकी सफाई देना पड़ी भाजपा ने देवी सिंह को उनके ही बयान में ऐसा उलझाया के बाद में दिग्विजय सिंह को अपने ही बयान को वापस लेते हुए सफाई देनी पड़ी पहले भी कई बार ऐसे विवादित बयान दिए जाने मैं दिग्विजय सिंह को काफी महारत हासिल है और पहले भी वह ऐसे बयान देकर कई बार उलझ चुके हैं ऐसा ही वाक्य इस बार दिग्विजय सिंह के सामने आया अपने बयान में दिग्विजय सिंह ने पहले सितंबर 2019 में बयान दिया था कि पीएम मोदी और अमित शाह ने उनके पास अपना दूत भेजा था जाकिर नायक ने कहा था कि उन्हें भरोसा दिया गया था कि अनुच्छेद 370 हटाने का समर्थन करने पर उनके खिलाफ सारे केस वापस ले लिए जाएंगे और उन्हें वापस आने दिया जाएगा फिर क्या था ऐसा कहते ही उल्टे खुद दिग्विजय सिंह पर सवाल करते हो हुए कहा था कि पीएम मोदी और अमित शाह ने इस बयान की निंदा क्यों नहीं कीभाजपा ने कांग्रेस पार्टी और दिग्विजय सिंह पर जवाबी हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि भा जा पा के महासचिव कैलाश विजवर्गीय सवाल किया है कि यह खबर उनके पास कहां से आई क्या उनके कोई संबंध है जाकिर नायक के साथ हैं
Absolutely wrong allegation. Congress never officially supported Dr Zakir Naik. It is true I had addressed a Communal Harmony conference in Mumbai from his platform but you can go through his speech in that conference, at no point he made any communally sensitive statement. https://t.co/RwCWmD3EBQ
— digvijaya singh (@digvijaya_28) January 15, 2020
भाजपा के इस बार के बाद दिग्विजय सिंह को फिर अपने बयान से मुकर ते हुए यह सफाई देनी पड़ी कि यह आरोप बिल्कुल गलत है और कांग्रेसमें कभी भी आधिकारिक रूप से डॉक्टर जाकिर नायक का किसी भी तरह से कोई समर्थन नहीं किया था हां यह सच है कि मैं ने मुंबई में अपने एक मंच से 7 सांप्रदायिक सद्भाव सम्मेलन को संबोधित किया था इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि उस दौरान दिए गए भाषण के किसी भी बिंदु पर उन्होंने सांप्रदायिक सद्भावना रूप से संवेदनशील बयान नहीं दिया था