राजगढ़ जिले की ब्यावरा में हुई प्रशासन और राजनीति के बीच हुई झूमा छठकी और मारपीट ने अब सियासी रंग ले लिया है भारतीय जनता पार्टी के द्वारा अपने नेताओं की मारपीट का मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है जिसमें प्रदेश के कई बड़े नेता अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का समर्थन करते नजर आ रहे हैं तो वही दूसरी ओर कांग्रेस के भी बड़े नेता और मंत्री मध्य प्रदेश शासन के भी कई मंत्री प्रशासन की ओर से कलेक्टर और एसडीएम की तारीफों के गुणगान करते नजर आ रहे हैं जहां एक और भारतीय जनता पार्टी ने इस मुद्दे को आगे और बढ़ाते हुए भाजपा के कई बड़े नेता राजगढ़ जाकर घटना की अपने स्तर पर समीक्षा कर रहे हैं और वह यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि किस प्रकार जन समर्थन जुटाकर इस मुद्दे पर सरकार और प्रशासन को ढेरा जाए इसी क्रम में राजधानी भोपाल से कई बड़े नेता राजगढ़ पहुंचकर इस मुद्दे पर अपने कार्यकर्ता और पदाधिकारियों से बार-बार चर्चा कर रहे हैं इसी क्रम में बुधवार को भी राजगढ़ में एक कार्यक्रम का आयोजन करने की तैयारी में भारतीय जनता पार्टी लगी हुई है इस मुद्दे को कांग्रेश और प्रशासन की तानाशाही बताकर जनता में जाना चाहती है भाजपा इस घटना को प्रशासन और कांगरे सरकार की तानाशाही बता रही है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी अपने कलेक्टर और एसडीएम की तारीफ के पुल बांधे में लगी हुई है इसमें भी सर्वप्रथम दिग्विजय सिंह सबसे आगे नजर आ रहे हैं तथा इसी के साथ ही अन्य मंत्री पीसी शर्मा जीतू पटवारी सहित अन्य नेता भी प्रशासन की पीठ थपथपा रहे वहीं दूसरी ओर भाजपा भी इस मुद्दे को इतनी आसानी से जाने नहीं देना चाहती है
राजगढ़ में हुई घटना को लेकर कांग्रेसी बीजेपी आमने-सामने
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