बेलपत्र अभिषेक करते समय बेलपत्र का बहुत महत्व होता है। अगर नियमित रूप से महादेव को बेलपत्र चढ़ाया जाए तो प्रार्थना स्वीकार होती है। तीन पत्तियों और पांच पत्तियों वाला बेलपत्र बहुत शुभ माना जाता है। बेलपत्र चढ़ाते समय ध्यान रखना चाहिए कि पत्ते का सिरा टूटा हुआ न हो।
गाय का दूध अगर आपने अभी तक गाय के दूध से महादेव का अभिषेक नहीं किया है तो तुरंत करें। गाय के दूध से भगवान शिव का अभिषेक स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। जो लोग लंबे समय से शारीरिक कष्ट से पीड़ित हैं उन्हें गाय के दूध से अभिषेक करना चाहिए।
गाय का घी जो लोग प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं या मुकदमे से परेशान हैं और जीतना चाहते हैं। किसी भी चीज को जीतने के लिए गाय के घी से महादेव का अभिषेक करना बहुत फायदेमंद होता है।
दही अगर घरेलू कलह और मानसिक अशांति आपको बहुत परेशान कर रही है और आपने अभी तक दही से शिव का अभिषेक नहीं किया है तो तुरंत करें। भगवान शिव यानी शिवलिंग पर दही चढ़ाने से जीवन में शांति आती है और सौभाग्य की प्राप्ति भी होने लगती है। शहद अगर दांपत्य जीवन या व्यापारिक साझेदारी में कड़वाहट है तो आपसी कड़वाहट को दूर करने के लिए शहद से शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे रिश्तों में मिठास आती है और महादेव की कृपा बरसने लगती है।
चंदन अभिषेक के बाद चंदन का लेप लगाने से महादेव की प्रसन्नता बढ़ती है। जो लोग नियमित रूप से महादेव को चंदन लगाते हैं, उनसे ईर्ष्या करने वाले लोगों की संख्या भी धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है और सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ती है।
सुगंध श्रृंगार के बाद महादेव को सुगंध या चंदन का तेल लगाने से वे प्रसन्न होते हैं और बहुत जल्द उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। जिन पुरुषों की शादी नहीं हो रही है, उन्हें श्रृंगार के बाद महादेव को इत्र लगाना चाहिए।
केसर यदि महादेव का अभिषेक करने के बाद उन्हें केसर का तिलक लगाया जाए तो उनकी कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। महादेव को केसर का तिलक लगाने वाले लोग महादेव को बहुत प्रिय होते हैं। केसर का तिलक लगाने से सुख-समृद्धि बढ़ती है।
भांग देवों के देव महादेव को भांग बहुत प्रिय है। भांग के नशे में वे आशीर्वाद देने से कभी नहीं चूकते। धतूरा महादेव को धतूरा चढ़ाने से शत्रुओं का नाश होता है। जो लोग शत्रु भय से पीड़ित हैं उन्हें महादेव के अभिषेक में धतूरा शामिल करना चाहिए।