सनातन धर्म में आस्था रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को कलियुग के देवता बालाजी के साथ हुए इस भयानक अपचार का प्रायश्चित करना चाहिए। इसी भावना के अंतर्गत मैंने प्रायश्चित आरंभ करने का निर्णय लिया है। रविवार (22 सितंबर, 2024 ) की सुबह मैं गुंटूर जिले स्थित नंबूर के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दीक्षा धारण करूंगा। 11 दिनों तक दीक्षा जारी रखने के बाद, मैं तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करूंगा. ‘ईश्वर… मैं आपसे विनती करता हूं कि मुझे पिछली सरकारों की ओर से आपके खिलाफ किए गए पापों के प्रक्षालन करने की शक्ति प्रदान करें।
विश्व प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसादम में बीफ और सूअर की चर्बी और मछली के तेल मिलाने के खुलासे ने पूरे देश में कोहराम मचा दिया है। तिरुपति लड्डू प्रसाद विवाद से आहत आंध्र प्रदेश के डिप्टी CM पवन कल्याण आज से 11 दिन के उपवास पर रहेंगे। पवन कल्याण ने बताया कि वह रविवार सुबह नंबूर के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दीक्षा धारण करेंगे। 11 दिनों के बाद वह श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दर्शन करेंगे।11 दिनों के प्रायश्चित दीक्षा यानी उपवास पर जाने से पहले पवन कल्याण ने एक मैसेज भी लिखा। पवन कल्याण ने लिखा, “हे, बालाजी भगवन! क्षमा करें प्रभु। तिरुमाला लड्डू प्रसाद जिसे अत्यंत पवित्र माना जाता है… पिछले शासकों की अनियंत्रित प्रवृत्ति के परिणामस्वरूप अपवित्र हो गया था। पशु मेदों के अवशेषों से दूषित हो गया था। ऐसे पाप क्रूर मन वाले ही करते हैं। इस पाप को प्रारम्भ में न पहचान पाना हिंदू जाति पर कलंक की मानिंद है।