नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जगह-जगह धरना प्रदर्शन के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के एक कार्यक्रम में स्पष्ट रूप से कह दिया कि वीपक्षी जितना चाहे अपना धरना प्रदर्शन करें नागरिकता संशोधन कानून पर किसी भी प्रकार से सरकार अब झुकने वाली नहीं है कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री ने कहा कि बाहर से आए अल्पसंख्यक शरणार्थी यो को हमारी सरकार उनका हक नागरिकता के रूप में अवश्य देगी विपक्ष को जितनी राजनीति करना है कर ले और वह अपने फैसले पर कायम है उन्होंने कहा कि और असहाय मुसीबत के मारे जुल्मों के सताए शरणार्थियों को भी आत्म सम्मान से जीने का हक है और अगर वह भारत नहीं आएंगे तो कहां जाएंगे क्योंकि उनके लिए दुनिया में कोई जगह नहीं है सिवाय भारत के इसलिए उनकी मजबूरी है भारत आना और हमारा भी है कर्तव्य बनता है कि जिनके लिए भारत आखरी रास्ता हो आने का उनके लिए हमें अपने दिल में जगह रखना चाहिए क्योंकि वह हमारे अपने ही भाई बंधु है
गृहमंत्री ने यह भी कहा कि विपक्षी देश के लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं गृहमंत्री ने पुनः फिर वही बात दोहराई कि मैं अल्पसंख्यक समुदाय के किसी भी व्यक्ति को नागरिकता छीनने का कोई सवाल नहीं है विधेयक में ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है कि जिस में किसी भी भारतीय की नागरिकता छीनने का प्रावधान हो लोग आप को गुमराह कर रहे हैं
इसी क्रम में गृहमंत्री ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से भी कहना चाहता हूं कि यह नेहरू लियाकत समझौते का हिस्सा था मगर आपने 70 सालों से इसे लागू नहीं किया क्योंकि आप वोट बैंक बनाना चाहते थे इसलिए हमारी सरकार ने आप की सरकार द्वारा लागू की गई संधि को लागू किया और लाखों करोड़ों लोगों को नागरिकता देने का रास्ता साफ किया कानून तो आपका ही बनाया हुआ था हमने तो सिर्फ उसे लागू किया है अब आप इस पर क्यों हाय तौबा मचाते हो जनता को गुमराह करते हो