फर्जी मनीअकाउंट, पेटीएम अकाउंट, जाली सिम, आधार और वोटर कार्ड बनाने वाले गिरोह का सायबर क्राइम ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के सदस्यों ने फ्रॉड के वाय सी, फ्रॉड मनी, फ्रॉड एयरटेल मनी के नाम वाट्सएप ग्रुप बना रखे थे।
इन ग्रुपों के माध्यम से वे दिल्ली समेत अन्य राज्यों के सायबर जालसाजों के संपर्क मे ́ थे। जिन जालसाजों को फर्जी आईडी, केवायसी, सिम,वालेट की जरूरत होती थी, वे उन्हे ́ सप्लाई कर देते थे। एक फर्जी सिम और मनी अकाउंट के एवज मे ́500 रुपए लिए जाते थे। आरोपी ‘फेक आई डी मेकर एप्लीकेशन की मदद से स्वय ́ की फोटो का उपयोग कर फर्जी आधार व वोटर कार्ड बनाकर उसपर फर्जी सिम एक्टीवेट करा लेते थे।
टेलीकॉम कंपनी की कमजोर फिजीकल वेरीफिकेशन का फायदा उठाकर आरोपी एक फोटो पर 100 से अधिक सिम एक्टीवेट कराके बेच देते थे।आरोपियों से सायबर पुलिस ने स्वयं की फोटो का उपयोग कर एक्टीवेट कराई 537 सिम जब्त की हैै ́।आरोपी शुक्रवार तक पुलिस की रिमांड पर हैै ́। जहां उसने पूछताछ जारी है। एएसपी सायबर क्राइम संदेश जैन ने बताया कि धोखाधडी के संबंध मे ́ चार इमली निवासी देवेश पांडेय ने 23 नवंबर 2019 को शिकायत की थी। शिकायत मे ́ बताया था कि उनकी पत्नी असिस्टेन्ट डायरेक्टर एग्रीकल्चर भावना को अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया। कॉलर ने खुद को क्रेडिट कार्ड का कर्मचारी बताकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढाने के नाम पर उनके खाते से 80 हजार रुपए उडा लिए हैै ́। इस पर धोखाधडी का केस दर्जकर जांच शुरु की गई थी। सायबर पुलिस ने दो दिन पहले डबरा, ग्वालियर से नाबालिग समेत सात आरोपियों को इस मामले मे ́ गिरफ्तार किया है।पुलिस ने आरोपियों से 800 फर्जी वोटर आईडीकार्ड, 125 फर्जी आधार कार्ड, 800 इस्तेमाल किएसिम, प्रि ́टर, 12 मोबाईल फोन, बीसी मशीन, 8पेटीएम किट जप्त की हैै ́। एयरटेल कंपनी का एफएसई है मुखिया :आरोपी नरे ́द्र प्रजापति (22) गिरोह का मुखिया है।जोकि एयरटेल कंपनी का एफएसई (फील्ड सेल्स एक्सीक्यूटिव) है। नरे ́द्र रिटेलरो ́ की आईडी से फर्जी एयरटेल मनी अकाउंट बनाता था। नाबालिग,मोहन गुप्ता और मोहित गुप्ता से फर्जी पेटीएम खरीदकर कौशल सि ́ह वैश को बेचता था। कौशल दिल्ली व अन्य राज्यो ́ मे ́ सप्लाई करता है।फिलहाल कौशल फरार है। लापू सिम से फर्जी मनी अकाउंट बनाया :आरोपी विकास जैन (30) रिटेलर है, जिसकी एयरटेल कंपनी की लापू सिम से फर्जी अकाउंट का एयरटेल मनी अकाउंट बनाया गया। भावना के साथधोखाधडी कर पैसे निकाले गए हैै ́। नाबालिग (16साल) मोहित गुप्ता, मोहन गुप्ता, सतीश दुबे सेफर्जी ओटीपी सिम, फर्जी पेटीएम अकाउंट सिम खरीदता था और नरे ́द्र, कौशल व कृष्णपाल सिंह को बेचता था। कौशल और कृष्णपाल खरीदे फर्जी अकाउंट दिल्ली में सप्लाई करते थ