भोपाल कुख्यात लग नटवरलाल की तर्ज पर राजधानी में 10 वर्ष तक फ्लैट, दुकान आदि बेचने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने के बाद फरार अनवर वेग उर्फ बिल्डर की गिरफ्तार कर लिया है। उसने 50 से अधिक लोगों के साथ ठगी की वारदात की है। क्राइम ब्रांच ने उसे सेंट्रिग का काम करने वाले एक मजदूर के घर से दबोचा है। पुलिस से बचने के लिए उसने बाल और दादी भी बढ़ा तो थी। शहर के कई थानों की पुलिस को उसकी से तलाश थी। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र चौहान ने बताया कि गिन्नौरी, तलैया निवासी 57 वर्षीय आर्कटेक्ट इंजीनियर अनवर बेग ने 2010 में प्रापर्टी डीलिंग के साथ हो भवन निर्माण का काम शुरू किया था।जमीनों की कीमत बढ़ने से अनवर की नीयत लगी। उसने एक ही फ्लैट दो से तीन लोगों को बेचकर ठगी करना शुरू कर दिया। कभी मकान तो कभी दूसरे की दुकान दिखाकर वह लोगों से मोटी राशि लेकर हड़पने लगा। लेनदार जब रुपये वापसी का अधिक दबाव बनाते थे तो वह उन्हें अकाउंट में रुपये नहीं होने के बाद भी चेक धा देता था। उर्फ बिल्डर अनवर बेग, ठनी का आरोपित पीड़ित बैंक पहुंचते थे तो चेक बाउंस हो जाता था। वर्ष 2010 से लेकर 2020 तक के खिलाफ पुराने शहर के कई थानों में खड़ी के कई केस दर्ज हुए। इसके अव प्रकरण दर्ज हुए। उसके खिलाफ कई स्थायी वारंट भी जारी हुए थे। फरारी काटने के लिए यह भोपाल से बाहर कई शहरों में रहा। हुलिया बदलने के साथ ही वह पुलिस से बचने के लिए बार-बार अपने रहने का ठिकाना भो बदल रहा था। गुरुवार को क्राइम ब्रांच को पता चला कि अनकर जगदीशपुर में रहने वाले मजदूर असान के घर में लिया है। असलान सेंटिंग लगने का काम करत है। पुलिस ने मौके पर जाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। उससे स्थायी करंट में कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है।
होम ठगी का फरार आरोपि अनवर बेग जगदीशपुर से गिरफ्तार अदालत में भी चेक बाउंस के कई प्रकरण