बैरसिया।स्वामी विवेकानंद आधुनिक भारत के निर्माता थे। उन्होंने देश के युवाओं को एक नया मार्ग दिखाया। स्वामी विवेकानंद जी के विचार देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मान्य है। भारत सरकार द्वारा वर्ष 1985 में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया था। साथ ही 1985 से हर वर्ष 12 जनवरी को स्वामी जी के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने का निर्णय लिया क्योंकि स्वामी जी का दर्शन तथा कार्य एवं उनके आदर्श भारतीयों को के लिए प्रेरणा स्रोत हैं स्वामी जी ने योग राजयोग तथा ज्ञान योग जैसे ग्रंथों की रचना की स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं देश की सबसे बड़ी दार्शनिक संपत्ति है।इसी तारतम्य में बैरसिया के पहलवानों और समाजसेवियों के संगठन युवा खेल समिति के तत्वधान में स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर बैरसिया में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। जिसमें लगभग 200 युवा प्रतिभागियों ने भाग लिया।कार्यक्रम के आयोजक बादाम पहलवान,रुपा पहलवान,महेश पहलवान,कल्याण गुर्जर, सुनील सूर्यवंशी,सुरेंद्र यादव और देवेंद्र सिलावट आदि थे।
प्रथम द्वित्तीय और तृतीय आने वालों को किया गया पुरुस्कृत
जोश से लबरेज़ बैरसिया विधानसभा के अनेकों गाव से मैराथन दौड़ में शामिल होने आने युवाओं ने प्रतियोगिता में भाग लिया।मैराथन दौड़ 5 किलोमीटर की रखी गई थी जो कि रेंज चौराहा मंदिर से प्रारंभ होकर भोपाल रोड स्थित विद्या विहार स्कूल पर समाप्त हुई।दौड़ में फर्स्ट, सेकंड और थर्ड आने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।।प्रतियोगिता में गोलू लोधी निवासी गुनगा ने प्रथम, धनराज गुर्जर निवासी सवोदरा नजीराबाद ने द्वित्तीय और आकाश राजपूत निवासी हामीदखेड़ी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।अतिथियों के रूप में मौजूद एसडीओपी बैरसिया केके वर्मा,तहसीलदार राजेन्द्र पवार, नायाब तहसीलदार आदित्य जंघेला,राजेश यादव,दीपक दुबे और गुफरान उल्ला,लाखन ठाकुर और सोनू जैन ने विजेताओं को पुरस्कृत किया।
एसडीओपी बोले जो जल्दी सोएगा,जल्दी उठेगा वो ही अनुशासन का पालन कर सकेगा
मेराथान दौड़ कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मौजूद बैरसिया उप संभाग के एसडीओपी केके वर्मा ने कार्यक्रम में मौजूद युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जो व्यक्ति जल्दी सोएगा और जल्दी उठेगा वही अनुशासन का पालन कर पायेगा यह कार्यक्रम किया गया है वह काफी प्रशंसनीय है और इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए