स्कॉलरशिप के नाम पर खाते खुलवाकर अपने दोस्त अजय राज (परिवर्तित नाम) को खाते सायबर अपराध करने के लिए बेचने वाली आरोपी महिला को गिरफ्तार किया गया है ।
आवेदिका नम्रता दूधानी द्वारा शिकायत की गई कि उसकी सहेली व किराएदार अंजली ने स्कॉलरशिप की रकम खाते मे बुलवाने का बोलकर उसके खाते लिए । नम्रता को बैंक द्वारा सूचना मिली की खाता में प्रतिदिन बहुत अधिक राशि का लेनदेन किया जा रहा है । शिकायत जांच पर तकनीकी साक्ष्यो के आधार पर अंजली द्वारा फरियादिया के खाते का प्रयोग सायबर फ्रॉड हेतु पंजीबध्द कर विवेचना मे लिया गया।
आरोपी महिला अंजली MBA की छात्रा है तथा अपने उच्च स्तर के रहन-सहन के लिए कंपनी मे पार्ट टाइम जॉब भी करती थी इसी दौरान इसकी मुलाकात अजय राज (परिवर्तित नाम) नाम के लडके से हुई जो बिहार से भोपाल काम के सिलसिले मे आया था। अजय राज (परिवर्तित नाम) के द्वारा सायबर फ्रॉड किया जाता था जिसके लिए खातो का प्रबंध अंजली द्वारा किया जाता था । अंजली अपने स्वंय के मित्रो व उनके भी मित्रो से धोखाधडी पूर्वक खाता खरीदकर बिहार निवासी अजय राज (परिवर्तित नाम) को भेजती थी । अरोपी महिला द्वारा अभी तक 10-12 लोगो से खाते खरीदे गए है। मामले मे अजय राज (परिवर्तित नाम) की तलास की जारी रही है ।
आरोपी महिला से जप्त किए गए खातो मे एक साल में लगभग 50-60 लाख रूपये का लेन-देन पाया गया है । आरोपी महिला द्वारा लगातार पासबुक और एटीएम अपने सह-आरोपी अजय राज (परिवर्तित नाम) को दिए जाते है वर्तमान मे आरोपी महिला द्वारा 22 एटीएम, अजय राज (परिवर्तित नाम) को दिया जाना था जिसको सायबर फ्रॉड से पहले ही जप्त कर लिया गया । सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा अपराध कायमी के पश्चात तकनीकि एनालिसिस के आधार पर त्वरित कार्यवाही कर आरोपी महिला अंजली को उसके निवास स्थल भोपाल से गिरफ्तार किया गया तथा आरोपी से प्रकरण में प्रयुक्त 03 बैंक पासबुक , 03 चैक बुक, 22 एटीएम, 01 मोबाईल फोन, 02 सिमकार्ड को जप्त किया गया है ।