
बिहार के बेगुसराय जिले में फाइनेंस कंपनी के कर्ज वसूलने वालों की हरकतों से तंग एक महिला ने आत्महत्या कर ली। महिला ने पति के इलाज के लिए कर्ज लिया था। जिले के गोविंदपुर निवासी कंचन देवी (30) को 5 अप्रैल को लोन की तीसरी किस्त चुकानी थी। कंचन 3,650 रु. की किस्त चुकाने में असमर्थ थी। घर आए फाइनेंस कंपनी के कर्मी से उसने एक दिन की मोहलत मांगी। कहा कि आप कल आइए, रुपए दे दूंगी। बावजूद फाइनेंस कर्मी घर के बाहर बैठा रहा। वह उसे जलील करता रहा। महिला की लाचारी देख पड़ोसियों ने आपसी सहयोग से 3000 नकद और 650 रु. यूपीआई से फाइनेंस कर्मी को दिया फाइनेंस कर्मी ने जाते वक्त कंचन को धमकी दी कि अगर किस्त का पैसा समय पर नहीं मिला तो वो उसे जेल भिजवा देगा कंचन को पैसे ना दे पाने के कारण शर्मिंदगी महसूस हो रही थी इसलिए, फाइनेंस कर्मी के जाने के बाद कंचन ने आत्महत्या कर ली। अक्टूबर में कंचन का पति बीमार पड़ गया था। उस वक्त इलाज के लिए कंचन नें एलएनटी फाइनेंस कंपनी से 14 दिसंबर 2023 को 67,738 कर्ज के रूप में लिए थे। हर माह किस्त के रूप में 3650 रुपए लौटाना होता था। कंचन का पति दिलीप महतो मजदूरी कर घर के खर्चे जुटाता है। जब उस शाम दिलीप घर पहुंचा तब उसने अपनी पत्नी को आवाज लगाई। जवाब नहीं मिलने पर वो झोपड़ी के अंदर गया। अंदर का नजारा देख वो अवाक् रह गया। उसने देखा कंचन फंदे से लटकी हुई है। पति और बच्चों की रोने की आवाज तेज हुई तो सुन के ग्रामीण जमा हो गए। कंचने के तीन छोटे- छोटे बच्चे हैं।
