बैरसिया।सुनील सक्सेना। भगवान श्रीकृष्ण सच्चिदानंद ब्रह्मा है जिनके चरणों में नमन करने से जीव सर्वथा पाप विमुक्त हो जाता है उक्त बातें रामानुज कोट मंदिर उज्जैन से पधारे कथावाचक श्री श्री 1008 युवराज स्वामी श्री माधव प्रपत्राचार्य महाराज ने नगर में स्थित पुराने थाने के पीछे हवा महल ग्राउंड के प्रांगण में विगत 23 दिसंबर से चल रही श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन मंगलवार को अपने अमृत वचन में कहा कथा स्थल पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा भागवत कथा के अंतिम दिन सुदामा चरित्र का विस्तार से वर्णन किया साथ ही भजनों के साथ श्रद्धालुओं में काफी उत्साह नजर आया कथा के दौरान भक्ति भजनों पर महिलाएं-पुरुष झूमते नजर आये 7 दिनों तक नगर से लेकर बाजार सहित आसपास का पूरा इलाका भक्ति भजनों से गूंजायमान होता रहा। श्रीमद भागवत कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने भागवत पूजन भी किया क्षेत्रीय लोगों के द्वारा कथावाचक श्री श्री 1008 युवराज स्वामी श्री माधव प्रपत्राचार्य महाराज का भव्य स्वागत किया गया तथा दीक्षांत समारोह में अनेक लोगों महाराज से दीक्षा भी ली कथा को आगे बढ़ाते हुए महाराज ने दाम्पत्य जीवन पर प्रवचन करते हुए कहा कि पति पत्नी गृहस्थ जीवन रूपी गाड़ी के दो पहिये हैं एक में भी कमी आई तो परिवार को टूटने से कोई नहीं बचा सकता कथा में सुदामा चरित्र का भाव पूर्ण वर्णन किया गया। उन्होंने कहा कि यदि आप पिता हैं तो अपनी संतान को ऐसे संस्कार जरूर देना कि वे सदा जीवन में राष्ट्र के काम आवे कथा का समापन हवन के साथ किया गया प्रशादी वितरण कर किया गया मौके पर आयोजक परिवार श्री श्रीजी महिला मंडल बैरसिया के सभी सदस्य सहित क्षेत्रीय जनसमूह आदि लोग उपस्थित रहे।
श्री श्रीजी महिला मंडल के तत्वधान में सात दिवसिय भागवत कथा का हुआ समापन।
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