भारत की वायु सेना के पूर्व प्रमुख बीएस धनोआ ने 2008 में मुंबई की ताज होटल पर हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई करने को लेकर बड़ा ही सनसनीखेज खुलासा किया है पूर्व वायु सेना प्रमुख ने उस समय की कांग्रेस शासनकाल की मनमोहन सरकार पर यह आरोप लगाया है कि मुंबई में हुई आतंकवादी हमले को लेकर वायुसेना प्रमुख ने कहा वायु सेना ने उस समय की तत्कालीन सरकार को यह प्रस्ताव दिया था कि वायु सेना पाकिस्तान में मौजूद उस समय आतंकी ठिकानों पर हमला करने के लिए तैयार है और सरकार को इस बात से भी अवगत कराया है के सेना को आतंकवादियों की लोकेशन पूरी तरह से प्राप्त है जिन लोगों ने मुंबई हमले को अंजाम दिया तथा उसके साथ ही अन्य कई आतंकी ठिकाने सेना के टारगेट पर हैं जहां पर आतंकी इस समय मौजूद हैं और सेना को इस बात की संपूर्ण जानकारी है आतंकवादी ठिकाने कहां कहां पर मौजूद है भारत की वायु सेना ने इस बात से पूरी तरह सरकार को भली-भांति अवगत कराया था और इस बात का भी पूर्ण आश्वासन दिया था कि हम उन पर हमला करने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम है स्ट्राइक करनी है या नहीं इस बात का फैसला सरकार को लेना होता है मगर उस समय की मनमोहन सरकार ने इस बात के लिए स्पष्ट रूप से इंकार कर दिया था यह बात हवाई सेना प्रमुख ने एक वार्षिक उत्सव में बच्चों को संबोधित करते हुए स्पष्ट रूप से कहीं
31 दिसंबर 2016 से 30 सितंबर 2019 तक के बीच भारतीय सेना के प्रमुख रहे बीएस धनोआ ने यह भी कहा कि दिसंबर 2001 में भारतीय संसद पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भी भाइयों से ना पाकिस्तान पर हमला करने का प्रस्ताव भी दिया था मगर उस समय भी इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया गया उन्होंने इस बात को प्रमुखता से कहा है कि अगर शांति होती है तो हम शांति बरतने के लिए तैयार हैं और अगर अशांति होती है तो हमें अशांति का जवाब ताकत से देना ही होता है पूर्व वायुसेना प्रमुख ने कश्मीर मुद्दे पर भी अपनी राय रखी उन्होंने बताया पाकिस्तान का कश्मीर मुद्दे को जिंदा रखना मजबूरी है अगर पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को जिंदा नहीं रखता है तो कई देशों से उसका दाना पानी आना खत्म हो सकता है कश्मीर मुद्दा जिंदा रखना पाकिस्तान की मजबूरी है हवाई ताकत के मामले में भाई सेना प्रमुख ने बताया कि पाकिस्तान हमारी वायु सेना की बराबरी किसी भी स्टेज पर नहीं कर सकता है पाकिस्तान की क्षमता के मुकाबले भारत की सैनिक क्षमता कई गुना अधिक है इस कारण पाकिस्तान सेना के मुकाबले भारत से कभी भी नहीं जी सकता है इस कारण है सीधे युद्ध करने के बजाए अन्य तरह के प्रोपेगेंडा से अपनी लड़ाई जारी रखना चाहता है जिससे देश और दुनिया को गुमराह किया जा सके सीधे तौर पर वह भारत से कभी भी यदि मैं नहीं जी सकता